Friday, December 25, 2015

आनंद" चाहे छोटा सही, पर कीसी लंडन से कम। नही..

Anand,
Anand,
Only Anand....

Some special for
àñàñď

वो गर्मीयो में शाम की मस्ती
और "रोयल कोल्डड्रिंक्स" की लस्सी,

वो "विधानगर" की हवा,
और "sarkari hospital" की दवा,

वो "नायलॉन "की "PAVBHAJI"
वो "शयाम" का समोसा",

वो आनंद के छोटे छोटे पोळ
बीग बजार ओर डी माटँ जैसा मोल,

वो "सत्यनारायण" का "शेक"
और "anmol"का "केक",

वो बॉम्बे वाले की कुल्फी
और गरबङदास का नमकीन,

वो रास्तो की चमक और
अमुल डेरी का इतिहास,

वो विटकोस बसो में लगते धक्के
और सुपर माकेँट के धागे पक्के,

वो एक्टिवावाली से प्यार
एक बाइक

पर चार यार,

वो मसताना की दाबेली
और "s.k" टोकीज की घुम,

वो फेमस का दाल वडा
और लखोटी वाली का "सोडा",

वो "डेनी" की "चाय",
और डिवाइन होटल की "गुजरती थाळी",

वो "सज्ज़ाद  चना वाले" का गांठिया
और हाटँ किलर के रास-डांडिया,

वो मस्ताना की दाबेली
और "वो एव्रफ्रेश बेकरी के पफ",

वो हर घर का जमण
और योगेश के खमण,

वो "विधानगर काँलेज" की "सडके"
जहा कितने "दिल" धडके,

कडवा चाहे नीम सही ,
पर चंदन से कम नही.
"आनंद" चाहे छोटा सही,
पर कीसी लंडन से कम। नही..

😊😊😊😊😊

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