आखिर पत्नी क्या है..?
फौजी: सारे दुश्मन हमसे डरते हैं और हम बीवी से !
मोची: मैं जूतों की मरम्मत करता हूं और बीवी मेरी !
टीचर: मैं कॉलेज में लैक्चर देता हूं और घर में बीवी से सुनता हूं !
ऑफिसर: मैं ऑफिस में बॉस हूं और घर में बीवी का नौकर !
जज: मैं कोर्ट में फैसला सुनाता हूं और घर में इंसाफ के लिए तरसता हूं !
दुकानदार :- मैं दुनिया को बनाता हूँ फिर घर में पत्नी मुझे बनाती है !
डॉक्टर : मैं दुनिया को ठीक करता हूँ और घर में बीवी मुझे ठीक करती है !
फेसबुकिया : मैं दुनिया को पकाता हूँ और घर में बीवी मुझे पकाती है !
अकाउंटेंट : मैं दुनिया का हिसाब रखता हूँ और बीवी मेरा हिसाब बराबर करती है !
{फैसला आपके हाथ में है.. कुंवारे रहो खुश रहो no wife easy life}
जो शादी कर चुके हैं वो सब्र करें ।
फौजी: सारे दुश्मन हमसे डरते हैं और हम बीवी से !
मोची: मैं जूतों की मरम्मत करता हूं और बीवी मेरी !
टीचर: मैं कॉलेज में लैक्चर देता हूं और घर में बीवी से सुनता हूं !
ऑफिसर: मैं ऑफिस में बॉस हूं और घर में बीवी का नौकर !
जज: मैं कोर्ट में फैसला सुनाता हूं और घर में इंसाफ के लिए तरसता हूं !
दुकानदार :- मैं दुनिया को बनाता हूँ फिर घर में पत्नी मुझे बनाती है !
डॉक्टर : मैं दुनिया को ठीक करता हूँ और घर में बीवी मुझे ठीक करती है !
फेसबुकिया : मैं दुनिया को पकाता हूँ और घर में बीवी मुझे पकाती है !
अकाउंटेंट : मैं दुनिया का हिसाब रखता हूँ और बीवी मेरा हिसाब बराबर करती है !
{फैसला आपके हाथ में है.. कुंवारे रहो खुश रहो no wife easy life}
जो शादी कर चुके हैं वो सब्र करें ।
शादी के बाद पत्नी कैसे बदलती है , जरा गौर कीजिए :
पहले साल : मैंने कहा जी खाना खा लीजिए , आपने काफी देर से कुछ खाया नहीं ।
दूसरे साल : जी खाना तैयार है , लगा दूं ?
तीसरे साल : खाना बन चुका है , जब खाना हो तब बता देना ।
चौथे साल : खाना बनाकर रख दिया है , मैं बाजार जा रही हूं , खुद ही निकाल कर खा लेना ।
पांचवे साल : मैं कहती हूं आज मुझ से खाना नहीं बनेगा , होटल से ले आओ ।
छठे साल : जब देखो खाना , खाना और खाना , अभी सुबह ही तो खाया था ।
शादी के बाद पति कैसे बदलते है , जरा गौर कीजिए
पहले साल : dear संभलकर उधर गड्ढा हैं
दूसरे साल : अरे यार देख के उधर गड्ढा हैं
तीसरे साल : दिखता नहीं उधर गड्ढा हैं
चोथे साल : अंधी हैं क्या गड्ढा नहीं दिखता
पांचवे साल : अरे उधर -किधर मरने जा रही हैं गड्ढा तो इधर हैं ..
पहले साल : मैंने कहा जी खाना खा लीजिए , आपने काफी देर से कुछ खाया नहीं ।
दूसरे साल : जी खाना तैयार है , लगा दूं ?
तीसरे साल : खाना बन चुका है , जब खाना हो तब बता देना ।
चौथे साल : खाना बनाकर रख दिया है , मैं बाजार जा रही हूं , खुद ही निकाल कर खा लेना ।
पांचवे साल : मैं कहती हूं आज मुझ से खाना नहीं बनेगा , होटल से ले आओ ।
छठे साल : जब देखो खाना , खाना और खाना , अभी सुबह ही तो खाया था ।
शादी के बाद पति कैसे बदलते है , जरा गौर कीजिए
पहले साल : dear संभलकर उधर गड्ढा हैं
दूसरे साल : अरे यार देख के उधर गड्ढा हैं
तीसरे साल : दिखता नहीं उधर गड्ढा हैं
चोथे साल : अंधी हैं क्या गड्ढा नहीं दिखता
पांचवे साल : अरे उधर -किधर मरने जा रही हैं गड्ढा तो इधर हैं ..
मुस्कुराते रहिये...
हंसना ही जिन्दगी है।
वरना शांत तो मुर्दे रहते हैं।
Tribute to all married man
घरवाली के ताने जब हद
से बाहर हो जाये तो
तत्काल जूता उठाए
--
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
पहने और घर से बाहर निकल जाये
वरना शांत तो मुर्दे रहते हैं।
Tribute to all married man
घरवाली के ताने जब हद
से बाहर हो जाये तो
तत्काल जूता उठाए
--
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
पहने और घर से बाहर निकल जाये
बीच में आपने जो सोचा है उसके लिए 56 इंच का सीना चाहिए
कहते है की जब इंसान के पाप का घड़ा भर जाता हैं तब उसकी मृत्यु हो जाती हैं
उसी तरह जब इंसान की खुशियों का घड़ा भर जाता हैं तब उसकी शादी हो जाती हैं !!!!
जिंदगी के 8 हिस्से होते है...
1. पढाई
2. खेल
3. मौज मस्ती
4. प्यार
5. शादी
6.
7.
8.
क्या ढूंड रहे हो...?
शादी होने के बाद खतम...!
सब कुछ खतम...!!
गेम ओव्हर... भाई.....
सब कुछ खतम...!!
गेम ओव्हर... भाई.....
बीवियाँ मनमोहन सिंह बना देती है.
वरना पैदा तो सभी मोदी ही होते है
वरना पैदा तो सभी मोदी ही होते है
नया है बाजार में....जल्दी शेयर करो, नहीं तो कोई और कर देगा.☝
आ हंस लें ज़रा
आ हंस लें ज़रा
No comments:
Post a Comment